Rahat Sah bachat Yojana Bihar |Rahat Sah bachat Yojana registration| relief cum Saving Scheme
भारत के बिहार राज्य में अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। यहां पर उद्योग धंधों का अभाव पाया जाता है। इस कारण से यहां लोगों का जीवन आर्थिक संकटों से घिरा रहता है। यहां के लोगों के पास आजीविका के मूलभूत साधनों का अभाव बना रहता है। बिहार में अधिकांश किसान मछली उत्पादक भी हैं।
यहां गरीबी रेखा से जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए बिहार सरकार द्वारा मत्स्य पालन हेतु आर्थिक सहायता दी जाती है। राहत सह बचत योजना 2023 के माध्यम से इसी प्रकार के मत्स्य किसानों की सहायता की जाती है। Rahat Sah bachat Yojana के बारे में और अधिक जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
राहत सह बचत योजना 2023
बिहार सरकार द्वारा केंद्र सरकार की सहायता से किसानों चारों की सहायता करने हेतु Rahat Sah bachat Yojana 2023 चलाई जा रही है। मानसून के दिन ग्राम वासियों के लिए समस्या भरे होते हैं, उन्हें आजीवका हेतु साधन जुटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। बारिश के मौसम में बाढ़ के कारण मछलियों में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है। मई तथा जून महीनों में गर्मी करण मछलियों के बीज मर जाते हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है इसकी उन्हें खुद ही भरपाई करनी पड़ती है।
Rahat Sah bachat Yojana Bihar के अंतर्गत प्रतिबंधित महीनों में मछली उत्पादन ना होने के कारण किसानों को ₹4500 की आर्थिक सहायता दी जाती है। प्रतिबंधित महीनों में मछली शिकार पर रोक इसलिए लगी होती है क्योंकि मछली प्रजनन का यही उचित समय होता है, इस समय शिकार ना होने के कारण मत्स्य किसानों को काफी आर्थिक समस्या होती हैं। ₹4500 के आर्थिक योगदान में केंद्र सरकार द्वारा भी सब्सिडी दी जाएगी। किसानों को खुद ही 1500 रुपए का वार्षिक अंशदान करना पड़ेगा, जिस पर ब्याज सरकार देगी।
राहत सह बचत योजना 2023 मेन पॉइंट
योजना | राहत सह बचत योजना 2023 |
उद्देश्य | प्रतिबंधित महीनों में मत्स्य किसानों को आर्थिक राहत देना |
शुरुआत | बिहार सरकार द्वारा |
साल | 2023 |
अनुदान | 4500 रुपए प्रति वर्ष |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
ऑफिशल वेबसाइट | fisheries.bihar.gov.in |
राहत सह बचत योजना 2023 का मुख्य उद्देश्य
Rahat Sah bachat Yojana का मुख्य उद्देश्य राज्य के नदियों, तालाबों आदि में मछली का शिकार करने वाले गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले मछुआरों को प्रतिबंधित महीनों में शिकार ना मिलने कारण उन्हें आर्थिक संबल प्रदान करना है। Rahat Sah bachat Yojana 2023 के सफल क्रियान्वयन होने से मई से अगस्त तक प्रतिबंधित महीनों में प्रजनन धारण करने वाली मछलियों को प्रजनन करने का मौका मिल जाएगा, जिससे नदियों एवं तालाबों मछलियों की संख्या बढ़ने में सहायता मिलेगी तथा मछली का उत्पादन तथा उत्पादकता दोनों में काफी वृद्धि होगी।
राहत सह बचत योजना 2023 की विशेषताएं
- Rahat Sah bachat Yojana 2023 के अंतर्गत मछली के प्रतिबंधित महीनों में वित्तीय सहायता देने हेतु मछुआरों को 1500 रुपए का वार्षिक अंशदान करना होगा।
- साथ ही बिहार सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा 1500-1500 रुपए का अंशदान भी शामिल होगा। इस प्रकार कुल 4500 रुपए की वार्षिक सहायता प्राप्त होगी।
- Rahat Sah bachat Yojana के तहत किसानों को जून माह से अगस्त माह तक शिकार से प्रतिबंधित किया जाएगा।
- Rahat Sah bachat Yojana bihar का लाभ लेने हेतु लाभार्थी को मत्स्य जीवी सहयोग समिति अथवा निबंधित फेडरेशन, निबंधित वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य होना होगा एवं गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते हो, तभी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
- Rahat Sah bachat Yojana online registration last date 31 जनवरी 2023 है। इसलिए इच्छुक लाभार्थी इस योजना में रजिस्ट्रेशन करके इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
राहत सह बचत योजना 2023 के लाभ
- प्रतिबंधित दिनों में शिकार ना होने के कारण मछलियों को प्रजनन का मौका मिलेगा जिससे उत्पादन बढ़ेगा।
- जो किसान पूर्ण रूप से कुछ भी शिकार पर आश्रित थे उन्हें Rahat Sah bachat Yojana Bihar के अंतर्गत आर्थिक सहायता के रूप में ₹4500 का वार्षिक अनुदान दिया जाएगा।
- बिहार में बाढ़ से प्रभावित आबादी ज्यादा रहती है इसलिए यह आर्थिक सहायता उन्हें मानसून में काफी राहत देगी।
- relief cum Saving Scheme के तहत उन्हीं मछुआरों को लाभ मिलेगा जो पूर्ण रूप से मछली शिकार करते हो।
राहत सह बचत योजना 2023 के लिए पात्रता
- आवेदक मछली उत्पादक को बिहार राज्य का निवासी होना चाहिए।
- मछुआरा आवेदक की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष से लेकर 60 साल के बीच होनी चाहिए।
- लाभार्थी को गरीबी रेखा से नीचे का होना चाहिए।
- लाभार्थी मछुआरों को मत्स्य पदाधिकारी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा जारी किया गया निशुल्क मत्स्य शिकारमाही प्रमाण पत्र धारक होना चाहिए।
राहत सह बचत योजना 2023 के लिए दस्तावेज
- फोटो तथा आय प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- पूर्णकालिक शिकार माही प्रमाण पत्र
- समिति के सदस्य द्वारा जारी प्रमाण पत्र
- वार्षिक अंशदान की सहमति पत्र
- मत्स्य जीवी सहयोग समिति अथवा निबंधन फेडरेशन अथवा वेलफेयर सोसाइटी सदस्यता प्रमाण पत्र
- जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा जारी निशुल्क मत्स्य शिकार माही प्रमाण पत्र।
राहत सह बचत योजना 2023 टोल फ्री नंबर क्या है?
बिहार राहत सह बचत योजना 2023 से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए बिहार मछली विभाग द्वारा मछुआरों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। इस टोल फ्री नंबर के द्वारा आप किसी भी समय समस्या सुझाव के लिए फोन कर सकते हैं यह नंबर 1800-345-6185 है।
राहत सह बचत योजना 2023 की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- Rahat sah bachat Yojana 2023 registration के लिए सर्वप्रथम आपको इसकी ऑफिशियल वेबसाइट fisheries.bihar.gov.in पर जाना होगा।
- इसके बाद आपको होमपेज दिखेगा, इस पर लॉगिन वाले बटन पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा।
- इस पेज पर नया पंजीकरण पर क्लिक करें।
- अब नया पेज खुलेगा, वहां मांगी गई सभी जानकारी सावधानीपूर्वक भर दे।
- अब नीचे सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- इस तरह से आपका राहत सह बचत योजना 2023 में रजिस्ट्रेशन हो जाएगा।
Conclusion
राहत सह बचत योजना 2023 का मूल्यांकन करने के बाद कहा जा सकता है कि यह योजना बिहार के मछुआरा किसानों के जीवन में परिवर्तन लाएगी। उन्हें प्रतिबंधित दिनों में आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस योजना के माध्यम से मछली उत्पादन भी बढ़ेगा। जिससे अंततः मछुआरा ही लाभान्वित होंगे।
राहत सह बचत योजना 2023 FAQ-
प्रश्न- राहत सह बचत योजना 2023 क्या है?
उत्तर- यह योजना बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई है। इस के माध्यम से प्रतिबंधित समय में मच्छरों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
प्रश्न- Rahat Sah bachat Yojana 2023 online registration last date क्या है?
उत्तर- 31 जनवरी 2023
प्रश्न- राहत सह बचत योजना बिहार मैं ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
उत्तर- योजना हेतु ऑनलाइन आवेदन करने के लिए ऑफिशल साइट fisheries.bihar.gov.in पर जाना होगा। जिसका लिंक ऊपर दिया गया है।
प्रश्न- राहत सह बचत योजना 2023 में कुल कितनी सब्सिडी मिलेगी?
उत्तर- 4500 रुपए वार्षिक।